Imphal-मणिपुर उच्च न्यायालय ने सैन्य शिविर से लापता पर्यवेक्षक का पता लगाने के लिए चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है। न्यायालय ने इस मामले की जांच का आदेश दिया है।
मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी. कृष्णकुमार तथा न्यायमूर्ति गोलमेई गैफुलसिलु काबुई की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने समिति को गहन जांच करने तथा 11 दिसंबर को रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जांच दल में कांगपोकपी जिला प्रशासन, स्थानीय पुलिस तथा सैन्य नेतृत्व के प्रमुख अधिकारी शामिल होंगे।
जिला मजिस्ट्रेट समिति का नेतृत्व करेंगे, जिसका कार्य यह निर्धारित करना होगा कि सिंह का अपहरण किया गया था या वह स्वेच्छा से इस उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र से चले गए थे। अदालत ने जांच में सहयोग करने के लिए प्रासंगिक सामग्री या रिकॉर्ड अउपलब्ध कराने तथा परिवार से सहयोग करने का अनुरोध किया है।
उल्लेखनीय है कि मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में कार्यरत ठेकेदार के पर्यवेक्षक लैशराम कमलबाबू सिंह (56) 25 नवंबर को लीमाखोंग मिलिट्री स्टेशन से लापता हो गए थे। उनके छोटे भाई लैशराम ब्रजबंशी सिंह ने उनके लापता होने में संभावित उग्रवादी संलिप्तता का आरोप लगाते हुए एक रिट याचिका दायर की थी। ज्ञात हो कि दो हजार सुरक्षा बल लापता व्यक्ति की तलाशी के कार्य में तैनात किए गए हैं।