New Delhi: मिडिल ईस्ट का तनाव और विदेशी निवेशकों की जोरदार बिकवाली की वजह से पिछला कारोबारी सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए जोरदार गिरावट वाला सप्ताह बन गया। जून 2022 के बाद पहली बार शेयर बाजार सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट का शिकार हो गया। बाजार की इस जबरदस्त कमजोरी के कारण सिर्फ 4 दिन में ही निवेशकों को लगभग 17 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए।
शुक्रवार 4 अक्टूबर को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह के दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 3,883.40 अंक यानी 4.53 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,688.45 अंक के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने 1164.35 अंक यानी 4.44 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 25,014.60 अंक के स्तर पर पिछले सप्ताह के कारोबार का अंत किया। बाजार में आई इस जोरदार गिरावट के कारण स्टॉक मार्केट के निवेशकों की संपत्ति में करीब 17 लाख करोड़ रुपये की कमी हो गई। बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन शुक्रवार के कारोबार के बाद घट कर 461.06 लाख करोड़ रुपए (अस्थाई) के स्तर पर आ गया, जबकि इसके पहले वाले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार 27 सितंबर को इनका मार्केट कैपिटलाइजेशन 477.93 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह निवेशकों को सोमवार से शुक्रवार तक के साप्ताहिक कारोबार में करीब 16.87 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
इस कारोबारी सप्ताह में बीएसई का लार्ज कैप इंडेक्स 4.3 प्रतिशत की कमजोरी के साथ बंद हुआ। इस दौरान अडाणी ग्रीन एनर्जी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, डाबर इंडिया, डीएलएफ, हीरो मोटोकॉर्प, बंधन बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, एशियन पेंट्स, भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड, एवेन्यू सुपरमार्ट्स और बजाज फाइनेंस के शेयरों में करीब 7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसी तरह बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 4 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह के दौरान 3.2 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट का शिकार हो गया। इस दौरान मिडकैप इंडेक्स में शामिल गोदरेज इंडस्ट्रीज, गोदरेज प्रॉपर्टीज, जूबिलेंट फूडवर्क्स, टीवीएस मोटर कंपनी, वोडाफोन आइडिया और महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर टॉप लूजर्स की सूची में शामिल हुए। दूसरी ओर, पीबी फिनटेक, वर्लपूल ऑफ इंडिया, बेयर क्रॉप साइंस, पेट्रोनेट एलएनजी और एपीएल अपोलो ट्यूब्स के शेयर मिडकैप इंडेक्स के टॉप गेनर्स की सूची में शामिल हुए।
शुक्रवार को खत्म हुए सप्ताह के दौरान स्मॉलकैप इंडेक्स तुलनात्मक तौर पर कम गिरावट का शिकार हुआ। गिरावट की आंधी के बावजूद स्मॉलकैप इंडेक्स में 2.01 प्रतिशत की ही गिरावट दर्ज की गई। इस इंडेक्स में शामिल ऑप्टिमस इंफ्राकॉम, एडलवाइज फाइनेंशियल सर्विसेज, कामधेनु वेंचर्स, स्टर्लिंग एंड विल्सन रिन्यूएबल एनर्जी, राइट्स, नावा (एनएवीए), लिंक, इंटेलेक्ट डिजाइन अरेना, फिनिक्स मिल्स और सबरोज के शेयरों में साप्ताहिक आधार पर सबसे अधिक 10 से 40 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर आईटीडी सीमेंटेशन इंडिया, हरक्यूलिस होएस्ट्स, अनूप इंजीनियरिंग, आईआईएफएल सिक्योरिटीज, विजय डायग्नोस्टिक सेंटर, आरपीजी लाइफ साइंसेज, ग्लेनमार्क लाइफ साइंसेज, बीएएसएफ इंडिया, वी मार्ट रिटेल, शक्ति पंप्स (इंडिया), रत्तन इंडिया पावर और जयप्रकाश पावर वेंचर्स के शेयरों में साप्ताहिक आधार पर सबसे अधिक 10 से 20 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
सेक्टोरल इंडेक्स की बात करें, तो सोमवार से शुक्रवार के कारोबारी सप्ताह में साप्ताहिक आधार पर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। बीएसई का रियल्टी इंडेक्स 8 प्रतिशत की गिरावट का शिकार हुआ। इसी तरह ऑटोमोबाइल इंडेक्स 6 प्रतिशत, टेलीकॉम इंडेक्स 5 प्रतिशत और एनर्जी इंडेक्स 4.93 प्रतिशत की साप्ताहिक गिरावट के साथ बंद हुए। कंपनियों की मार्केट वैल्यू की बात करें, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। उसके बाद एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक गिरावट के मामले में दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। दूसरी ओर जेएसडब्ल्यू स्टील, इंफोसिस और टेक महिंद्रा के मार्केट कैप में बढ़त दर्ज की गई।
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शेयर बाजार में सोमवार से शुक्रवार के दौरान हुए कारोबार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 40,511.50 करोड़ रुपये के स्टॉक्स की बिकवाली की, और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने इस दौरान 33,074.39 करोड़ रुपये के स्टॉक्स की खरीदारी की।