सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में लगातार नए-नए मोड़ सामने आ रहे हैं। इस मुद्दे को लेकर सोशल मीडिया पर भी मामला काफी गर्माया हुआ है। एक ओर दिवंगत एक्टर की सुसाइड को लेकर अलग-अलग तरह की थ्योरी सामने आ रही है। तो वहीं, मामले की जांच में जुटी बिहार पुलिस को रोड़े अटका रही मुंबई पुलिस के रवैये पर भी लगातार सवाल उठ रहे हैं। इस बीच इस केस में एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली का नाम भी सामने आ रहा है। इस केस में सूरज पंचोली का नाम आते ही एक्टर सामने आकर सफाई दी है और कहा है कि इस केस से उनका कुछ नहीं लेना देना है।एक इंटरव्यू के दौरान सूरज पंचोली बात करते हुए कहा, ‘सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में बेवजह घसीटा जा रहा है। लेकिन मेरा मानना है कि इस मामले से मैं जितना दूर रहूंगा उतना ही मेरे लिए बेहतर होगा। उन्हें जो करना है वो कर सकते हैं। शुक्रिया मेरा बयान लेने के लिए। सूरज आगे कहते हैं कि अगर इस केस से संबंधित मेरे पास कुछ भी सूचना होगी तो मैं जरूर बताउंगा।बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और बीजेपी नेता नारायण राणे ने सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान केस में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मुंबई पुलिस के साथ-साथ एक्टर आदित्य पंचोली के बेटे सूरज पंचोली को भी निशाने पर लिया और कहा था कि सूरज पंचोली के घर पर पार्टी थी और सुशांत सिंह राजपूत से घर पर कुछ दूर ही डीनो मोरिया का घर है। डीनो मोरिया के घर बहुत सारे मंत्री आते रहते हैं। 13 जून को उनके घर भी पार्टी थी, जिसके बाद सभी लोग डीनो मोरिया के घर से निकलकर सीधे सुशांत के घर गए थे।
इंस्टाग्राम से
बता दें कि बयान के पहले भी सूरज पंचोली नेअपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम के जरिए एक लंबी-चौड़ी स्टोरी पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने कुछ खबरों को अफवाह बताते हुए उसका खंडन किया था। साथ ही जिस तरह से लोग सुशांत को लेकर पोस्ट साझा कर रहे हैं। उस पर भी उन्होंने अपनी राय रखी थी।
सूरज पंचोली हैं अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा था कि इस समय मैं कई ऑनलाइन गलत रिपोर्ट और मैसेज देख रहा हूं, जो वाकई बहुत ही ज्यादा दर्दनाक हैं। ये रिपोर्ट्स मेरी और सुशांत की लड़ाई को लेकर हैं। फिलहाल मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि ऐसी बकवास और निराधार अफवाह कौन फैला रहा है’। ‘मेरे और सुशांत को लेकर सिर्फ अच्छी यादे हैं। उन्होंने आगे लिखा कि हम दोनों ही एक-दूसरे को भाई कहकर बुलाते थे। यहां तक कि अभी तक मेरे और उनके बीच की सारी अच्छी और मस्ती भरी यादें ही थीं। वो मेरे साथ बहुत अच्छे से पेश आते थे। यहां तक कि उन्हें मैं अपने सीनियर की तरह सम्मान देता था। और तो और मैं उनके काम का खुद बहुत बड़ा फैन था।