Vijayawada News -विदेश मंत्रालय ने आंध्र प्रदेश के साथ मिलकर ‘विदेश संपर्क कार्यक्रम’ का आयोजन किया। मंत्रालय ने सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने के लिए भारत के राज्यों के साथ अपनी आउटरीच गतिविधि के एक भाग के रूप में यह इवेंट आयोजित किया। विदेश मंत्रालय में सचिव (सीपीवी एवं ओआईए) अरुण कुमार चटर्जी ने आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव कावेती विजयानंद के साथ कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता की।
आंध्र सरकार में मंत्री कोंडापल्ली श्रीनिवास के अलावा विदेश मंत्रालय और आंध्र सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारी, विजयवाड़ा तथा विशाखापत्तनम के क्षेत्रीय पासपोर्ट अधिकारी, वाणिज्य एवं उद्योग व्यापार मंडलों के प्रतिनिधि और भर्ती एजेंसियों ने कार्यक्रम में भाग लिया।
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा विदेश संपर्क कार्यक्रम के तहत, विदेश मंत्रालय के कार्यक्रमों, योजनाओं और पहलों पर हितधारकों के बीच गहन चर्चा हुई, जो कांसुलरी, पासपोर्ट, वीज़ा और प्रवासी मुद्दों, सुरक्षित एवं कानूनी प्रवासन एवं गतिशीलता को बढ़ावा देने और विदेशों में भारतीय कामगारों के कल्याण को बनाए रखने से संबंधित हैं। विदेश मंत्रालय ने इस विषय पर एक प्रस्तुति भी दी कि आंध्र प्रदेश अपनी अनूठी क्षमताओं का उपयोग अपने क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन और निवेश को बढ़ावा देने के लिए कैसे कर सकता है। कार्यक्रम के दौरान आयोजित विभिन्न संवादात्मक सत्रों ने विदेश मंत्रालय और आंध्र प्रदेश दोनों को उपरोक्त मुद्दों के समाधान, प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने हेतु बेहतर समन्वय और सहयोग हेतु उठाए जाने वाले आवश्यक कदमों की समीक्षा करने का अवसर प्रदान किया।
उल्लेखनीय है कि विदेश संपर्क कार्यक्रम की शुरुआत विदेश मंत्रालय द्वारा 2017 में की गई थी। तब से, इसे तेलंगाना, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, त्रिपुरा, बिहार और उत्तराखंड के साथ आयोजित किया जा रहा है। मंत्रालय भविष्य में अन्य भारतीय राज्यों के साथ भी इस पहल को जारी रखने की योजना बना रहा है।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)